इस्‍लामाबाद
मलेशिया में पाकिस्‍तानी विमान को जब्‍त करने के मामले में एक और खुलासा हुआ है। कंगाली के दौर से गुजर रही पाकिस्‍तान की सरकार विमानन कंपनी पाकिस्‍तान इंटरनैशनल एयरलाइन्‍स ने पाकिस्‍तानी यात्रियों को जबरन उतारे जाने के बाद न तो उन्‍हें खाना दिया और न ही रुकने की व्‍यवस्‍था की। पाकिस्‍तानी यात्रियों को किसी तरह से जमीन पर सोकर दो दिन अपना समय बिताना पड़ा। ये यात्री दो दिन तक फंसे रहने के बाद अब पाकिस्‍तान लौट आए हैं और उन्‍होंने अपनी आपबीती बताई है। यात्रियों ने बताया कि उन्‍हें कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर जमीन पर सोना पड़ा। इमरान सरकार की यह करतूत दुनिया को पता न चल जाए इसके लिए यात्रियों को किसी से बात नहीं कर दिया गया। यही नहीं उनकी फोटो तक नहीं लेने दी गई। इस विमान में 170 से ज्‍यादा पाकिस्‍तानी यात्री सवार थे।

बता दें कि मलेशिया में पाकिस्‍तान की सरकारी विमानन कंपनी पाकिस्‍तान इंटरनैशनल एयरलाइन्‍स के लीज पर लिए गए यात्री विमान को पैसे न चुकाने पर जब्‍त कर लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जिस कंपनी ने यह विमान लीज पर दिया था, उसका मालिक भारतीय है। कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर जब विमान को जब्त किया गया उस वक्त विमान में यात्री और चालक दल सवार था। घटना के बाद पाकिस्तान के द नेशन समेत कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जिस कंपनी ने पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइंस को यह बोइंग 777 यात्री विमान लीज पर दिया था, उसके मालिक और डायरेक्टर भारतीय हैं। पैसे नहीं चुकाने पर विमान को जब्त किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कंपनी का दफ्तर दुबई में है जहां भारतीय मूल के कर्मचारी काम करते हैं। गौरतलब है कि पिछले एक साल में पाकिस्तानी एयरलाइन्स कई बार आलोचना की शिकार हुई है।

Source : Agency